मैं भी उसको छोड़ने के मूड में नही था

अच्छा-भला अपनी लाइन में चल रहा था । तभी ओवरटेक करने के चक्कर में एक बाइक वाले ने ठोक दिया । दो पहलवान टाईप थे बाइक पर । टोका तो गलती मानने के बजाय मेरा ही कॉलर पकड़कर , गाड़ी पे लात मारकर बोला… कर ले जो करना है !

मैं भी कौन सा डरने वाला था । बोल दिया … ‘मैंने ट्रेफिक के नियम पूरे पढ़ रखे है । हमारे नियम हमें गलत तरीके से ओवरटेक करने की और टक्कर मारने की इजाजत नही देते’ ।

मेरे इतना बोलते ही उसने दो घुसे जड़ दिये और जाकर बाइक स्टार्ट करने लगा ।

मैं भी उसको छोड़ने के मूड में नही था । मैंने फिर बोल दिया … ‘तुमने जो किया गलत किया है । चाहो तो मुझसे कहीं भी बहस कर लो’ ।
Ashish Retarekar

Leave a Comment