दिल्ली वालों से ही सीख लें
काफी पहले की बात है उन दिनों मैं दिल्ली में था।2 जून के दोपहर में पैदल दक्षिणी दिल्ली मे किसी
Read moreकाफी पहले की बात है उन दिनों मैं दिल्ली में था।2 जून के दोपहर में पैदल दक्षिणी दिल्ली मे किसी
Read moreईंग्लैंड मे मेरा एक कलीग-मित्र था, “डेविड तुरुंगा”..!! मूलत: केन्या का रहने वाला..!! उसकी पत्नी नर्स थी और ये डिपेंडेंट
Read moreमनीष चौधरी मेरे बचपन के एक दोस्त है।उन दिनो हम पूरे दिन साथ खेलते रहते थे।प्रायः हम साथ-खाते पीते भी
Read moreमैं रात को ऑफिस से लौटने के वक़्त, एक जगह रास्ते में चाय पीने को रुका। इतने में तीन ट्रक
Read moreरेलवे स्टेशन पर एक औरत हाथ में रोटी लिए बैठी थी . उसके परिवार के लोग भी पास ही बैठे
Read moreरामायण मे एक घास के तिनके का भी रहस्य है, और रामायण के अंदर इस टाइप के बहुत से रहस्य
Read moreक्या कहती है महाभारत? द्रोपदी महाभारत की एक आदर्श पात्र है। लेकिन द्रोपदी जैसी विदुषी नारी के साथ हमने बहुत
Read moreगिद्धों का एक झुण्ड खाने की तलाश में भटक रहा था। उड़ते – उड़ते वे एक टापू पे पहुँच गए।
Read moreजिसके माथे पर तिलक ना दिखे, उसका सर धड़ से अलग कर दो —— पुष्यमित्र शुंग एक महान क्रांतिकारी हिन्दू
Read moreजब भी बेटी के साथ बाहर निकलता हूं, बेटी लगातार मुझसे बाते कर रही होती है..सवाल पूछ रही होती है..और
Read more