सुबह पाँच बजे चाय बनाकर पी ली । चाय के सारे बर्तन माँजकर रख दिये। गैस का चूल्हा भी साफ कर चमका दिया । कोई निशान नही छोड़ा जिससे पता चले कि सुबह एक बार चाय बन चुकी है… जिस छोटे से कद्दूकस पर अदरक घिसा था .. वो कोने में पड़ी रह गयी … सारा प्लेन उसी ने फेल कर दिया ।
ग्यारहवीं में था तब एक बार फिजिक्स प्रैक्टिकल का ‘सिक्स मंथली एक्ज़ाम ‘ छोड़ दिया था… सोचा किसको पता चलेगा और कौन से इसके नंबर जुड़ेंगे एन्यूल एक्ज़ाम में । किसी काम से फिजिक्स के वो टीचर ही घर पर आ गये … बड़ी धूमधाम हुई थी घर में ..जो समझा सकता था उसने समझाया … जो डाँट सकता था उसने डाँटा… जो मार सकता था उसने मारा … सारा प्लान फेल हो गया ।
2008 में काँग्रेस की किस्मत भी मेरे जैसी थी … सबकुछ सेट था .. सारे काम प्लान के मुताबिक हो रहे थे और तभी कसाब जिंदा पकड़ा गया । हिंदू आतंकवाद प्लांट करने का सारा प्लान फेल हो गया ।
26/11 के वीरों को नमन 💐💐🙏🙏।
Ashish Retarekar