ढाई सौ किलोमीटर जाना है । लगभग दो सौ किलोमीटर खुला हाईवे मिलेगा .. अस्सी की स्पीड से जाएंगे । पचास किलोमीटर शहर और गाँवो के बीच से जाएंगे तो चालीस- पचास की स्पीड मान लो … मतलब लगभग साढ़े तीन घंटे में हम ढाई सौ किलोमीटर नाप देंगे ।
एवरेज निकालना बड़ा आसान है लेकिन तुमने टायरों की हवा चेक नही की … स्टेपनी तैयार नही रखी और निकल पड़े घर से । रास्ते में टायर पंचर ….। टायर खोला .. लिफ्ट ली .. कस्बे तक पहुंचे … पंचर लगवाया … वापस आये .. टायर लगाया … 7 घंटे में घर पहुँचे । एवरेज रखा रह गया ।
पचास ओवर में जीतने के लिये 315 रन चाहिये । आराम से जीतेंगे ! 300 बॉल में 30 चौके और 5 छक्के तो लग ही जाएंगे । 150 रन बन गये । अब बचे 265 बॉल पर 165 रन … इतने तो सिंगल ही बन जाएंगे । ये मैच तो हम जीत ही गये समझो ।
कैलकुलेशन तो बड़ी आसान थी लेकिन इसको लागू करने के लिये क्रीज पर बैट्समैन को टिकना पड़ता है । टीम 40 ओवर में ही ऑलआउट हो गयी .. कैलकुलेशन धरे रह गये ।
जयंत चौधरी से गठबंधन कर लिया तो जाट और मुस्लिम वोट मिलकर 90 सीट जीता देंगे ।
मौर्या आ गया तो बुंदेलखंड सहित यूपी की 100 सीटें वो जीत लेंगे जिन पर दलित वोटर जीत तय करता है ।
शिवपाल यादव से समझौता हो गया तो यादव असर वाली 20 सीट ज्यादा जीत लेंगे ।
जिन्ना की तारीफ़ कर दी तो मुस्लिम असर वाली 50 सीट मिल जायेगी । सिंपल गणित है …लो बन गयी हमारी समाजवादी सरकार ।
पाँच साल में तुम जनता के बीच गये नही । आजम- अतीक के लिये आंसू बहाये । कोरोना में घर में छुपकर बैठ गये । पहले वैक्सीन का विरोध किया ..फिर लाशों पर रोने भी आ गये । पहले मंदिर का विरोध किया फिर आयोध्या दर्शन को पहुँच गये । आम लोग इतने बेवकूफ नही है जो असलियत और नौटंकी में फर्क ना कर सके ।
सपा के सारे पुराने पाप और मोदी-योगी के काम सबके सामने है …इन्हें ना तो किसी को बताने की जरूरत है और ना ही छुपाने की ।
जिस दिन वोटर वोट देने घर से निकलेगा उस दिन तुम्हारे सारे गणित धरे रह जाएंगे ।
Ashish Retarekar