आदि शक्ति माता आराधना के ५१ शक्ति पीठ

आदि शक्ति माता आराधना के ५१ शक्ति पीठ माता की आराधना के ५२ शक्ति पीठ, दर्शन मात्र से होती है हर मनोकामना पूरी आमतौर पर ५१ शक्ति पीठ माने जाते हैं। तन्त्र चूड़ामणि में लगभग ५२ शक्ति पीठों के बारे में बताया गया है । देवी भागवत पुराण में 108, कालिका पुराण में छब्बीस, शिवचरित्र … Read more

राम से बड़ा राम का नाम क्यों

*राम से बड़ा राम का नाम क्यों ?* रामदरबार में हनुमानजी महाराज राम की सेवा में इतने तन्मय हो गए कि गुरू वशिष्ठ के आने का उनको ध्यान ही नहीं रहा। सबने उठ कर उनका अभिवादन किया पर, हनुमानजी नहीं कर पाए। वशिष्ठजी ने अपमान से क्रोधित हो राम से हनुमान के लिए मृत्युदंड माँगा … Read more

लोभी प्रवृत्ति

  एक राजा बहुत ही न्याय प्रिय तथा धार्मिक स्वभाव का था। वह नित्य अपने इष्ट देव की बडी श्रद्धा से पूजा-पाठ करता था। एक दिन इष्ट देव ने प्रसन्न होकर उसे दर्शन दिये और कहा , ” राजन ! मैं तुमसे बहुत प्रसन्न हूँ। यदि तुम्हारी कोई इच्छा हो तो बताओ। ” प्रजा को … Read more

ब्रह्म मुहूर्त में उठने की परंपरा क्यों?

*ब्रह्म मुहूर्त में उठने की परंपरा क्यों?* हिंदू धर्म में अनेक परंपराएं प्रचलित हैं। इन परंपराओं के पीछे सिर्फ धार्मिक कारण ही नहीं बल्कि वैज्ञानिक कारण भी है। हिंदू धर्म में ब्रह्म मुहूर्त में उठने की परंपरा काफी पुरानी है। इसका कारण इस प्रकार है- रात्रि के अंतिम प्रहर को ब्रह्म मुहूर्त कहते हैं। हमारे … Read more

लक्ष्मीजी की अंगूठी

*लक्ष्मीजी की अंगूठी* एक निर्धन व्यक्ति था। वह नित्य भगवान विष्णु और लक्ष्मी की पूजा करता। एक बार दीपावली के दिन भगवती लक्ष्मी की श्रद्धा-भक्ति से पूजा-अर्चना की। कहते हैं उसकी आराधना से लक्ष्मी प्रसन्न हुईं। वह उसके सामने प्रकट हुईं और उसे एक अंगूठी भेंट देकर अदृश्य हो गईं। अंगूठी सामान्य नहीं थी। उसे … Read more

दो सत्य कथाएं ; पढ़ने के बाद आप सब भी अपनी ज़िंदगी जीने का अंदाज़ बदल देंगे

*पहली*कथा* 💫दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति बनने के बाद एक बार नेल्सन मंडेला अपने सुरक्षा कर्मियों के साथ एक रेस्तरां में खाना खाने गए। सबने अपनी अपनी पसंद का खाना आर्डर किया और खाना आने का इंतजार करने लगे। उसी समय मंडेला की सीट के सामने वाली सीट पर एक व्यक्ति अपने खाने का इंतजार कर … Read more

जैसा खाओ अन्न

बासमती चावल वाले एक सेठ की स्टेशन मास्टर से साँठ-गाँठ हो गयी। सेठ को आधी कीमत पर बासमती चावल मिलने लगा। सेठ ने सोचा कि इतना पाप हो रहा है, तो कुछ धर्म-कर्म भी करना चाहिए। एक दिन उसने बासमती चावल की खीर बनवायी और किसी साधु बाबा को आमंत्रित कर भोजन प्रसाद लेने के … Read more

ओ३म् के उच्चारण के शारीरिक लाभ

*ओ३म् के उच्चारण के शारीरिक लाभ* कुछ लाभ नीचे दिए जाते हैं 1. अनेक बार ओ३म् का उच्चारण करने से पूरा शरीर तनावरहित हो जाता है। 2. अगर आपको घबराहट या अधीरता होती है तो ओ३म् के उच्चारण से उत्तम कुछ भी नहीं। 3. यह शरीर के विषैले तत्त्वों को दूर करता है, अर्थात तनाव … Read more

घर में शंख हो तो इन 8 बातों का ध्यान रखें

*घर में शंख हो तो इन 8 बातों का ध्यान रखें* हिंदू धर्म में शंख को घर में रखना बहुत शुभ माना गया है। इससे सुख-समृद्धि बढ़ती है। घर में रखे शंख के विषय में ये 8 बातें ध्यान रखने पर उससे प्राप्त होने वाली शुभता में वृद्धि होती है। जानते हैं शंख के बारे … Read more

एक मां की ममता प्रभुसत्ता को चुनौती दे रही थी।

एक औरत रोटी बनाते बनाते *”ॐ भगवते वासूदेवाय नम: “* का जाप कर रही थी, अलग से पूजा का समय कहाँ निकाल पाती थी बेचारी, तो बस काम करते करते ही…। एकाएक धड़ाम से जोरों की आवाज हुई और साथ मे दर्दनाक चीख। कलेजा धक से रह गया जब आंगन में दौड़ कर झांकी तो … Read more