PJSINDIA the premier web designing company in INDIA

Our goal at PJSINDIA is to deliver our each and every client a designing creative, results-driving website that works. Started with a humble beginning in 2013 we have become the industry leader that we are today with nothing else but our high-quality services. Our approach for web design and development was the same as it … Read more

Best ecommerce website developer in Varanasi

We not only design websites but also nurture them into big brands. Fulfill all your needs whether it’s re-designing a website or it’s creating a new website by our experienced designers. PJSINDIA creates responsive designs with latest technologies which makes your website different from others. We do a lot of research for every project before … Read more

पितृ दिवस #पर पिताजी को समर्पित मेरी कविता

#पितृ दिवस #पर पिताजी को समर्पित मेरी कविता🌹🙏 ……………………………. पिता! उस बूढ़े बरगद के समान होता है। जो हर हाल में अपनी जड़ को, जमीन में जमाए अपनी संतान को पितृत्व की छाया में पल्लवित और पुष्पित करता है। और नित नवीन संस्कारों से आगे बढ़ने की राह दिखाता है। ठीक उसी तरह जैसे एक … Read more

ट्विटर अपने नियम चलाएगा – भारत के कानून नहीं मानेगा

ट्विटर अपने नियम चलाएगा – भारत के कानून नहीं मानेगा, तो फिर दुकान बढ़ा कर जाये – आज ख़बरों के अनुसार ट्विटर के अधिकारी संसदीय समिति के सामने पेश हुए जिसके मुखिया थे शशि थरूर — समिति के सामने, ऐसा कहा गया है कि ट्विटर ने कहा कि वो अपनी कंपनी के नियमों का ही … Read more

पलटीबाज बालक

माँ मुझे जोर से भूख लगी है..खाना क्यों नही दे रही हो ? माँ :- अरे सुबह ही तूने बोला की आज मेरा उपवास है.. मैं कुछ नही खाऊंगा । सुबह की बात छोड़ो.. अब भूख लगी है और सब्जी फिकी मत बनाना , मिर्च तेज कर देना । माँ :- बेटा खाना लग गया … Read more

सुनो तुम……….!!!

( मेरी खुद की चुनिंदा, पसंदीदा कविताओं से एक कविता…. मेरी लिखी हुई) सुनो तुम……….!! तुम्हारे बायें हाथ की हथेली पे मेरे नाम की जो हल्की सी लकीर है…. उसे खुरच कर काश….. अपने साथ ला पाती !! अपने बदन की खुश्बू जो तुम्हारे कमरे में छोड़ आई हूँ- और जिसे दीवारों ने ओढ़ रखा … Read more

पता ही नहीं चला

*पापा की परी* ससुराल जाते ही, सारा काम सीख जाती है l कभी हाथ जला, कभी बाजू जली, कभी उंगली कटी, कभी अंगूठा कटा, कभी पट्टी बांधे, कभी बैंडेड लगाए, कभी सिरप पिए, कभी दवाई खाए, कभी सिर को बांधे, बिना थके, बिना रुके, काम करती जाती । पापा की परी ससुराल जाते ही, सारा … Read more

एक विद्वान साधु

एक विद्वान साधु थे जो दुनियादारी से दूर रहते थे। वह अपनी ईमानदारी,सेवा तथा ज्ञान के लिए प्रसिद्ध थे। एक बार वह पानी के जहाज से लंबी यात्रा पर निकले। उन्होंने यात्रा में खर्च के लिए पर्याप्त धन तथा एक हीरा संभाल के रख लिया । ये हीरा किसी राजा ने उन्हें उनकी ईमानदारी से … Read more

तुम उजड़ जाओ…और तुम बसे रहो

सफर में सामने की बर्थ पर एक सरदारजी बैठे थे। सरदारजी से दोस्ती हुई, विभिन्न मुद्दों पर बातें होने लगीं, राजनीति, समाज, राज्य होते हुए बात धर्म तक पहुंची। बातचीत में सरदारजी ने गुरुनानक देव से संबंधित एक रोचक कहानी सुनाई, जो अत्यंत प्रेरणादायी होने के साथ गहरे अर्थों वाली है। कहानी कुछ इस तरह … Read more