Devotional Viral Stories
👣 *खोइचा* (कोंछ) 👣
जब भी माँ नानी के घर जाती, आने-जाने की तारीख लगभग तय ही रहती थी । यूँ कहें तो मम्मी जानती थी कि अमुक दिन, तय समय पर नानी की देहरी छोड़नी ही है। फिर भी जब आने के समय नानी जब उन्हें पूजा घर में ले जा कर, सूप में रखी चीजों को सीधा … Read more
धर्मकथा —पहला श्रावण सोमवार कैसे करें व्रत ?
धर्मकथा —पहला श्रावण सोमवार कैसे करें व्रत ? 🙏🙏🌹🙏🙏 भोलेनाथ बहुत ही सरल स्वभाव ,सर्वव्यापी और भक्तों से शीघ्र ही प्रसन्न होने वाले देव हैं। हिन्दू कैलेंडर के अनुसार चैत्र मास के शुरू होने के बाद पांचवां मास श्रावण मास का हैं। देवशयन का यह प्रथम चातुर्मास हैं। इस मास में कथा -भागवत और अनगिनत … Read more
इंसान का मन चाहता कुछ और है,, बोलता कुछ और है ….???
बहुत साल पहले, एक व्यक्ति मेरे पास आये और बोले कि साहनी जी,, मुझे कुछ ऐसी टेक्निक सिखा दो, जिससे मैं किसी इंसान को पढ़ सकू , जान सकू, कि वो इंसान कैसा है?? क्या है ?? मुझे पता है कि आप लोगो को बहुत जल्दी पढ़ लेते हो ,,, ये कला आप के पास … Read more
एक विद्वान साधु
एक विद्वान साधु थे जो दुनियादारी से दूर रहते थे। वह अपनी ईमानदारी,सेवा तथा ज्ञान के लिए प्रसिद्ध थे। एक बार वह पानी के जहाज से लंबी यात्रा पर निकले। उन्होंने यात्रा में खर्च के लिए पर्याप्त धन तथा एक हीरा संभाल के रख लिया । ये हीरा किसी राजा ने उन्हें उनकी ईमानदारी से … Read more
“वो” देख रहा है
एक दिन सुबह सुबह दरवाजे की घंटी बजी । दरवाजा खोला तो देखा एक आकर्षक कद- काठी का व्यक्ति चेहरे पे प्यारी सी मुस्कान लिए खड़ा है ।* *मैंने कहा, “जी कहिए..”* *तो उसने कहा,* *अच्छा जी, आप तो रोज़ हमारी ही गुहार लगाते थे,* *मैंने कहा* *”माफ कीजिये, भाई साहब ! मैंने पहचाना नहीं, … Read more
नमस्ते कितना वैज्ञानिक
विश्व के अधिकांश देशों में जहां लोग एक दूसरे से मिलने पर हैंडशेक करते हैं वहीं भारत में अभी भी लोग नमस्कार का ही प्रयोग करते हैं। नमस्कार शब्द की उत्पत्ति संस्कृत के *नमस* शब्द से हुई है, जिसका अर्थ होता है एक आत्मा का दूसरी आत्मा से आभार प्रकट करना। नमस्कार करने का … Read more
क्या देवता भोग ग्रहण करते हैं?
क्या देवता भोग ग्रहण करते हैं? हिन्दू धर्म में भगवान को भोग लगाने का विधान है पर क्या सच में देवतागण भोग ग्रहण करते हैं? हां, ये सच है शास्त्र में इसका प्रमाण भी है गीता में भगवान् कहते है “जो भक्त मेरे लिए प्रेम सेपत्र, पुष्प, फल, जल आदि अर्पण करता है ,उस शुद्ध … Read more
जिन मुश्किलों में मुस्कुराना हो मना, उन मुश्किलों में मुस्कुराना धर्म है।
जिस वक़्त जीना गैर मुमकिन सा लगे, उस वक़्त जीना फर्ज है इंसान का, लाजिम लहर के साथ है तब खेलना, जब हो समुन्द्र पे नशा तूफ़ान का जिस वायु का दीपक बुझाना ध्येय हो उस वायु में दीपक जलाना धर्म है। ● हो नहीं मंजिल कहीं जिस राह की उस राह चलना चाहिए इंसान … Read more
तो दुनिया उन पर हंस रही थी
जब *सनातनी* एक दूसरे को हाथ जोड़ कर नमस्ते कर रहा था तो दुनिया उन पर हंस रही थी। जब *सनातनी* हाथ पैर धोकर घर मे घुसता था तो दुनिया उन पर हंसती थी। जब *सनातनी* जानवरों की पूजा कर रहे थे तब दुनिया उन पर हंस रही थी। जब *सनातनी* पेड़ों और जंगलों को … Read more