दो सत्य कथाएं ; पढ़ने के बाद आप सब भी अपनी ज़िंदगी जीने का अंदाज़ बदल देंगे

*पहली*कथा* 💫दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति बनने के बाद एक बार नेल्सन मंडेला अपने सुरक्षा कर्मियों के साथ एक रेस्तरां में खाना खाने गए। सबने अपनी अपनी पसंद का खाना आर्डर किया और खाना आने का इंतजार करने लगे। उसी समय मंडेला की सीट के सामने वाली सीट पर एक व्यक्ति अपने खाने का इंतजार कर … Read more

विश्वास नहीं हो रहा न … ?

हिरणों की दौड़ने की गति 90 किमी प्रति घंटा है । फिर बाघ की गति 60 किमी प्रति घंटा है । विस्वास नहीं हो रहा न … ? फिर भी , बाघ हिरण का शिकार करता है । क्योंकि हिरणों के मन में एक डर होता है कि हम बाघ से कमज़ोर हैं और वही … Read more

जैसा खाओ अन्न

बासमती चावल वाले एक सेठ की स्टेशन मास्टर से साँठ-गाँठ हो गयी। सेठ को आधी कीमत पर बासमती चावल मिलने लगा। सेठ ने सोचा कि इतना पाप हो रहा है, तो कुछ धर्म-कर्म भी करना चाहिए। एक दिन उसने बासमती चावल की खीर बनवायी और किसी साधु बाबा को आमंत्रित कर भोजन प्रसाद लेने के … Read more

सबसे अच्छा रिश्ता

  एक दिन एम्प्लाइज जब ऑफिस पहुंचे तो उन्हें गेट पर एक बड़ा सा नोटिस लगा दिखा, ”इस कंपनी में जो व्यक्ति आपको आगे बढ़ने से रोक रहा था कल उसकी मृत्यु हो गयी है। हम आपको उसे आखिरी बार देखने का मौका दे रहे हैं, कृपया बारी-बारी से मीटिंग हॉल में जाएं और उसे … Read more

हिन्दी वर्णमाला का क्रम से कवितामय प्रयोग-बेहतरीन है

यह कविता जिसने भी लिखी प्रशंसनीय है। हिन्दी वर्णमाला का क्रम से कवितामय प्रयोग-बेहतरीन है। *अ* चानक *आ* कर मुझसे *इ* ठलाता हुआ पंछी बोला *ई* श्वर ने मानव को तो *उ* त्तम ज्ञान-दान से तौला *ऊ* पर हो तुम सब जीवों में *ऋ* ष्य तुल्य अनमोल *ए* क अकेली जात अनोखी *ऐ* सी क्या … Read more

भोजन के विषय में कुछ सूत्र याद रखें

1. *एक साथ न खायें-* चाय के साथ कोई भी नमकीन चीज नहीं खानी चाहिए।दूध और नमक का संयोग सफ़ेद दाग या किसी भी चर्म रोग को जन्म दे सकता है। बाल असमय सफ़ेद होना या बाल झड़ना भी चर्म रोग ही है। सर्व प्रथम यह जान लीजिये कि कोई भी आयुर्वेदिक दवा खाली पेट … Read more

क्रोध मत करो

*क्रोध मत करो* एक गांव में एक बूढ़ा अपनी चौपाल पर बैठा बैठा लोगों को समझाया करता था कि यदि जीवन में सुखी और सफल होना चाहते हो तो कभी क्रोध मत करना। एक दिन पास के गांव का एक व्यक्ति उधर से गुजरा। उसने बूढ़े की शांति और सादगी की बात सुन रखी थी। … Read more

जीने की सही दृष्टि

*जीने की सही दृष्टि* जीवन जीना एक कला है। हम चाहें तो बहुत सुंदर जीवन जिया जा सकता है वर्ना यही जीवन हमें बोझ लगने लगता है। ऐसे में प्रश्न जीवन जीने की सही दृष्टि प्राप्त करने का है, क्योंकि जब तक यह दृष्टि हमें प्राप्त नहीं होती तब तक हमें जीने की राह नहीं … Read more

एक चुटकी ज़हर रोजाना

आरती नामक एक युवती का विवाह हुआ और वह अपने पति और सास के साथ अपने ससुराल में रहने लगी। कुछ ही दिनों बाद आरती को आभास होने लगा कि उसकी सास के साथ पटरी नहीं बैठ रही है। सास पुराने ख़यालों की थी और बहू नए विचारों वाली। आरती और उसकी सास का आये … Read more

एक मां की ममता प्रभुसत्ता को चुनौती दे रही थी।

एक औरत रोटी बनाते बनाते *”ॐ भगवते वासूदेवाय नम: “* का जाप कर रही थी, अलग से पूजा का समय कहाँ निकाल पाती थी बेचारी, तो बस काम करते करते ही…। एकाएक धड़ाम से जोरों की आवाज हुई और साथ मे दर्दनाक चीख। कलेजा धक से रह गया जब आंगन में दौड़ कर झांकी तो … Read more