जो प्राप्त है-पर्याप्त है

एक अखबार वाला प्रात:काल लगभग 5 बजे जिस समय वह अख़बार देने आता था, उस समय मैं उसको अपने मकान की ‘गैलरी’ में टहलता हुआ मिल जाता था। अत: वह मेरे आवास के मुख्य द्वार के सामने चलती साइकिल से निकलते हुए मेरे आवास में अख़बार फेंकता और मुझको ‘नमस्ते बाबू जी’ वाक्य से अभिवादन … Read more

रमेश और उसके 4 दोस्त

उन चारों को होटल में बैठा देख, रमेश हड़बड़ा गया. . लगभग 25 सालों बाद वे फिर उसके सामने थे. शायद अब वो बहुत बड़े और संपन्न आदमी हो गये थे. रमेश को अपने स्कूल के दोस्तों का खाने का आर्डर लेकर परोसते समय बड़ा अटपटा लग रहा था. उनमे से दो मोबाईल फोन पर … Read more

एक हाथ की क्या कहानी है?’

उस दिन ट्रेन लेट होकर रात्रि 12 बजे पहुँची। बाहर एक वृद्ध रिक्शावाला ही दिखा जिसे कई यात्री जान बूझकर छोड़ गए थे। एक बार मेरे मन में भी आया, इससे चलना पाप होगा, फिर मजबूरी में उसी को बुलाया, वह भी बिना कुछ पूछे चल दिया। कुछ दूर चलने के बाद ओवरब्रिज की चढ़ाई … Read more

अब मैं मंदिर नही आया करूँगी

बहुत सुन्दर कथा ************** एक महिला रोज मंदिर जाती थी ! एक दिन उस महिला ने पुजारी से कहा – “अब मैं मंदिर नही आया करूँगी !” इस पर पुजारी ने पूछा — “क्यों ?” तब महिला बोली — “मैं देखती हूँ लोग मंदिर परिसर में अपने फोन से अपने व्यापार की बात करते हैं … Read more

भगवान का स्वरूप

स्वामी विवेकानंद जी को एक बार एक राजा ने अपने भवन में बुलाया और बोला : तूम हिन्दू लोग मूर्ती कि पूजा करते हो जो की मिट्टी, पीतल, पत्थर की मात्र मूर्तियाँ ही है ! पर मैं ये सब नही मानता। ये तो मात्र एक पदार्थ हैं । उसी राजा के सिंहासन के पीछे किसी … Read more

सत्कार

*एक थका-मांदा शिल्पकार लंबी यात्रा के बाद एक छायादार वृक्ष के नीचे विश्राम के लिए बैठ गया। अचानक उसे सामने एक पत्थर का टुकड़ा पड़ा दिखाई दिया।* *उस शिल्पकार ने उस पत्थर के टुकड़े को उठा लिया, सामने रखा और औजारों के थैले से छेनी हथौड़ी निकालकर उसे तराशने के लिए जैसे ही पहली चोट … Read more

👣 *खोइचा* (कोंछ) 👣

जब भी माँ नानी के घर जाती, आने-जाने की तारीख लगभग तय ही रहती थी । यूँ कहें तो मम्मी जानती थी कि अमुक दिन, तय समय पर नानी की देहरी छोड़नी ही है। फिर भी जब आने के समय नानी जब उन्हें पूजा घर में ले जा कर, सूप में रखी चीजों को सीधा … Read more

गुड़ की मिठास

#गुड़_की_मिठास….🌿🌹🌿 . एक शादी के निमंत्रण पर जाना था, पर मैं जाना नहीं चाहता था। . एक व्यस्त होने का बहाना और दूसरा गांव की शादी में शामिल होने से बचना.. लेक‌िन घर परिवार का दबाव था सो जाना पड़ा। . उस दिन शादी की सुबह मैं काम से बचने के लिए सैर करने के … Read more

फ्यूज बल्ब

शहर में बसे एक क्षेत्र में एक बड़े आईएएस अफसर रहने के लिए आए जो हाल ही में सेवानिवृत्त हुए थे।‌ ये बड़े वाले रिटायर्ड आईएएस अफसर हैरान परेशान से रोज शाम को पास के पार्क में टहलते हुए अन्य लोगों को तिरस्कार भरी नज़रों से देखते और किसी से भी बात नहीं करते थे। … Read more

कारगिल का वो नायक

बीस साल पहले हिमाचल प्रदेश के एक गांव से एक पत्र रक्षा मंत्रालय के पास पहुंचा। लेखक एक स्कूल शिक्षक थे और उनका अनुरोध इस प्रकार था। उन्होंने पूछा, “यदि संभव हो तो, क्या मुझे और मेरी पत्नी को उस स्थान को देखने की अनुमति दी जा सकती है जहां कारगिल युद्ध में हमारे इकलौते … Read more