“प्रतिष्ठा…
अपनी पत्नी को खो देने के बाद ना चाहते हुए भी मनोहर बाबू को उनके बेटे बहु शहर ले आएं शायद बिरादरी का दबाव था या समाज में अपनी छवि का …. यहां आकर मनोहर बाबू को अक्सर तानों से सामना करना पड़ता था… क्या पापाजी आप ठीक से खाना भी नहीं खा सकते देखिए … Read more