जामुन का पेड़

  जंगल के बीचो बीच जामुन का एक बहुत पुराना वृक्ष था। पीढ़ियों से गिलहरियों का एक परिवार उस वृक्ष पर रहता आ रहा था। वह वृक्ष उन्हें हर वो चीज देता आ रहा था जो जीने के लिए ज़रूरी थी। खाने के लिए फल, रहने के लिए अपने खोखले तनों में आसरा और खतरनाक … Read more

क्वारंटाइन यानि सूतक

जिस पुरुष, स्त्री, घर में सूतक होता है वे अन्य व्यक्तियों को स्पर्श नहीं करते हैं। कोई भी धर्मकृत्य अथवा मांगलिक कार्य नहीं करते हैं तथा सामाजिक कार्य में भी सहभागी नहीं होते हैं। अन्यों की पंगत में भोजन नहीं करते हैं । ‘सूतक’ का भारतीय संस्कृति में आदिकाल से पालन किया जा रहा है। … Read more

गोलाकार जीवन

एक दार्शनिक, एक तार्किक, एक महापंडित सुबह-सुबह तेल खरीदने तेली की दुकान पर गये।  जब तक तेली ने तेल तौला, दार्शनिक , तार्किक और महापंडित विचारक तीनों के मन में यह सवाल उठा, ”उस तेली के पीछे ही कोल्हू में बैल चल रहा है, तेल पेरा जा रहा है। न तो उसे कोई चलाने वाला … Read more

मूल लक्ष्य

*मूल लक्ष्य*   एक लड़की जो बड़े घर की थी, उसके घर मे बहुत सारे नौकर थे। उस लड़की को कभी जरूरत नहीं पड़ी कि कभी रसोईघर में जाये या कभी बाजार में जाये। फिर उसकी शादी हुई वो ससुराल पहुँची। वह साथ में किताब लाई थी जो उसकी ही मौसी ने दी थी। उस … Read more

बिना शर्ट वाला गार्ड

*बिना शर्ट वाला गार्ड*   एक घर के पास काफी दिन से एक बड़ी इमारत का काम चल रहा था।   वहां रोज मजदूरों के छोटे-छोटे बच्चे एक दूसरे की शर्ट पकडकर रेल-रेल का खेल खेलते थे।   रोज कोई बच्चा इंजिन बनता और बाकी बच्चे डिब्बे बनते थे।   इंजिन और डिब्बे वाले बच्चे … Read more

सफलता की तैयारी

*सफलता की तैयारी*   शहर से कुछ दूर एक बुजुर्ग दम्पत्ति रहते थे। वो जगह बिल्कुल शांत थी और आस -पास इक्का -दुक्का लोग ही नज़र आते थे ।   एक दिन भोर में उन्होंने देखा कि एक युवक हाथ में फावड़ा लिए अपनी साइकिल से कहीं जा रहा है , वह कुछ देर दिखाई … Read more

बहरा है तो कथा सुनने क्यों आता है ?

*एक संत के पास बहरा आदमी सत्संग सुनने आता था, उसके कान तो थे पर वे नाड़ियों से जुड़े नहीं थे, एकदम बहरा, एक शब्द भी सुन नहीं सकता था।* *किसी ने संत श्री से कहाः”बाबा जी ! वे जो वृद्ध बैठे हैं, वे कथा सुनते सुनते हँसते तो हैं पर वे बहरे हैं।”* *बहरे … Read more

भगवान गौतम बुद्ध के जीवन की यह छोटी-सी कहानी

  एक बार गौतम बुद्ध किसी नगर से गुजर रहे थे। उस नगर के लोगों की गौतम बुद्ध के बारे में गलत धारणा थी जिस कारण वे बुद्ध को अपना दुश्मन मानते थे। जब गौतम बुद्ध उस नगर में आए तो लोगों ने बुद्ध को भला-बुरा कहा और बददुआएं देने लगे। गौतम बुद्ध उनकी बातें … Read more

गुमनाम नायक शंभूनाथ

गुमनाम नायक “सन 1817” 1817 में विश्व में एक नई बीमारी ने दस्तक दी। नाम था “ब्लू डेथ” ब्लू डेथ यानि “कॉलेरा” जिसे हिंदुस्तान में एक नया नाम दिया गया……..”हैजा”। हैजा विश्व भर में मौत का तांडव करने लगा और इसकी चपेट में आकर कर उस समय लगभग 1,80,00,000(एक करोड़ अस्सी लाख) लोगों की मौत … Read more

किस्सा रफ कापी का

  हर सब्जेक्ट की कापी अलग अलग बनती थी, परंतु एक कापी ऐसी थी जो हर सब्जेक्ट को सम्भालती थी। उसे हम रफ कापी कहते थे। यूं तो रफ कापी का मतलब खुरदुरा होता है। परंतु वो रफ कापी हमारे लिए बहुत कोमल होती थी। कोमल इस सन्दर्भ में कि, उसके पहले पेज पर हमें … Read more